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पाकिस्तान में मसीही समुदाय – अधिकार, सम्मान और गरिमा के लिए लड़ाई

श्री शहबाज़ गुलज़ार, एक पाकिस्तानी मसीही मानवाधिकार कार्यकर्ता इस वीडियो के माध्यम से हमारे साथ अपने अनुभव को बाँट रहे हैं कि कैसे पाकिस्तान में मसीही अन्याय और क्रूरता का शिकार हो रहे हैं। ख़ास तौर पर ईशनिंदा कानून के कारण जो जनरल ज़िया उल हक द्वारा पारित और लागू किया गया था। पाकिस्तान के… Continue reading पाकिस्तान में मसीही समुदाय – अधिकार, सम्मान और गरिमा के लिए लड़ाई

थाईलैंड में एक पाकिस्तानी मसीही माँ की दुर्दशा – मेडिकल सहायता की तत्काल आवश्यकता

थाईलैंड में एक पाकिस्तानी मसीही माँ की दुर्दशा – मेडिकल सहायता की तत्काल आवश्यकता दशकों की धार्मिक असहिष्णुता, असमानता, भेदभाव और क्रूरता के बाद पाकिस्तान अस्तित्व में आया। राष्ट्र के संस्थापक ने कहा कि देश के हर नागरिक को सामान अधिकार मिलेंगे। एक ऐसा देश जो अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए बनाया गया… Continue reading थाईलैंड में एक पाकिस्तानी मसीही माँ की दुर्दशा – मेडिकल सहायता की तत्काल आवश्यकता

क्यों हमें यीशु को अपना परमेश्वर मानना चाहिये?

क्यों हमें यीशु को अपना परमेश्वर मानना चाहिये? यह एक ऐसा सवाल है जो अक्सर मुसलमान और दूसरे धर्म के लोग हम मसीहियों से पूछते हैं? उनका तर्क होता है कि उनका अपना एक ख़ुदा और पैग़म्बर है तो फिर क्यों उन्हें यीशु को अपनाना चाहिए और क्यों वह सब छोड़ देना चाहिए जिसका पालन… Continue reading क्यों हमें यीशु को अपना परमेश्वर मानना चाहिये?

यीशु के जीवन के प्रारंभिक वर्ष

हम में से कितनों को यीशु के बचपन और जवानी के जीवन के बारे में पता है? दरअसल यीशु के जीवन के प्रारंभिक वर्षों के बारे में बाइबल में भी बहुत कम लिखा है। लोग अक्सर इस तरह के प्रश्न पूछते हैं कि; यीशु अपनी शुरूआती ज़िन्दगी में क्या कर रहे थे? उनका पेशा क्या… Continue reading यीशु के जीवन के प्रारंभिक वर्ष

यीशु मसीह – केवल एक और सच्चा जीवित परमेश्वर

इस दुनिया में कई भगवान हैं, जो आज हैं और कल ग़ायब हो जाते हैं। कइयों ने अपने वास्तविक परमेश्वर होने की घोषणा की लेकिन एक समय के बाद वे इतिहास की रेत में ग़ायब हो गये। ना आज वह जीवित हैं और न ही उन का नाम। कई इंसान आये, सब ने एक नये… Continue reading यीशु मसीह – केवल एक और सच्चा जीवित परमेश्वर

सताये हुए मसीहियों के लिये एक संदेश

क्या आप ने कभी “सताये हुए मसीही” शब्द सुना है? इसका शब्द का मतलब और इसकी परिभाषा क्या है? दुनिया के विभिन्न भागों में हज़ारों लाखों मसीहियों को दैनिक आधार पर यीशु मसीह पर उनके विश्वास के कारण सताया जाता है। वे सताए जाते हैं यीशु से प्यार करने के कारण, यीशु को अपना एक… Continue reading सताये हुए मसीहियों के लिये एक संदेश

कैसे मैंने यीशु मसीह को अपनाया – एक मुस्लिम लड़की का दिल को छू जाने वाला अनुभव

एक मुसलमान के लिए इस्लाम से ईसाई धर्म तक का सफ़र कभी भी आसान नहीं होता है ख़ास तौर पर जब जीवन में यह परिवर्तन एक इस्लामी देश में आये जहाँ परिवार और समाज के हाथों उत्पीड़न और मौत का साफ़ साफ़ डर हो। लेकिन फिर भी बहुत से लोग यीशु मसीह के प्यार के… Continue reading कैसे मैंने यीशु मसीह को अपनाया – एक मुस्लिम लड़की का दिल को छू जाने वाला अनुभव

यीशु मसीह कौन हैं ?

बहुत कम लोग इस बात से इनकार करेंगे कि यीशु मसीह एक ऐतिहासिक व्यक्तित्व हैं। मानव जाति पर यीशु का जो प्रभाव था और आज भी है वह नायाब है। पूरी पश्चिमी डेटिंग प्रणाली यीशु मसीह की ऐतिहासिक वास्तविकता की गवाही देती है जिसकी वजह से हर युग में रहने वाले लोगों ने यीशु के… Continue reading यीशु मसीह कौन हैं ?

पश्चाताप की घड़ी

यहोवा एक सर्वशक्तिमान, सब कुछ जानने वाल ख़ुदा है और वह जानता है कि हमारे लिए क्या अच्छा है। उसने हमारे लिए कभी भी कोई अन्यायपूर्ण निर्णय नहीं लिया है और न ही कभी अन्यायपूर्ण आदेश दिया है। परमेश्वर यहोवा हमेशा सही होता है। और अगर वह हम से हमारे पापों का पश्चाताप करने को… Continue reading पश्चाताप की घड़ी

क्या मुहम्मद मुसलमानों को उद्धार दिल सकते हैं जबकि खुद उनका ही उद्धार निश्चित नहीं है ?

एक मुस्लिम परंपरा है कि जब भी मुहम्मद का नाम कहीं पर आये चाहे वह बोलने में हो या लिखने में मुस्लमान अपनी उँगलियों से अपने होंठों और आँखों को चूम कर कहते हैं “उसे शांति मिले” और उनका ऐसा करना मुझे हमेशा दुविधा में डालता है। क्या यह दर्शाता है कि मोहम्मद ने अभी… Continue reading क्या मुहम्मद मुसलमानों को उद्धार दिल सकते हैं जबकि खुद उनका ही उद्धार निश्चित नहीं है ?