हे पवित्र आत्मा, आइए और मेरे मन को अपने पवित्र वरदानों से भर दीजिए। मेरी कमज़ोरियों में आपकी सामर्थ्य आज ही के दिन आ जाए, मैं अपने सारे दायित्वों को पूरी विवेकशीलता के साथ पूरा करूँ, मैं वही करूँ जो सही और न्यायपूर्ण हो।
मेरी परोपकारिता ऐसी हो कि किसी को इससे ठेस न पहुँचे और किसी की भावनाओं को चोट न लगे, इतनी अधिक उदार कि जिस किसी ने भी मेरे प्रति गलती की हो उसे ईमानदारी से क्षमा कर सकूँ। मेरी सहायता कर, हे पवित्र आत्मा, मेरे जीवन की सभी परीक्षाओं में, मेरी अज्ञानता में मुझे प्रकाशित कर, मेरे सन्देहों में मुझे परामर्शदान दें, मेरी सारी आवश्यकताओं में मेरी सहायता करें, परीक्षाओं में मेरी सुरक्षा करें और मेरी वेदनाओं में मुझे सांत्वना दें।
मेरी सुन लें, हे पवित्र आत्मा, मेरे हदृय, मेरे प्राण और मेरे मन में अपनी ज्योति को प्रकाशित करें। पवित्र जीवन को यापन करने और भलाई और कृपा में आगे बढ़ने में मेरी सहायता करें। आमेन।