एक मुस्लिम परंपरा है कि जब भी मुहम्मद का नाम कहीं पर आये चाहे वह बोलने में हो या लिखने में मुस्लमान अपनी उँगलियों से अपने होंठों और आँखों को चूम कर कहते हैं “उसे शांति मिले” और उनका ऐसा करना मुझे हमेशा दुविधा में डालता है। क्या यह दर्शाता है कि मोहम्मद ने अभी… Continue reading क्या मुहम्मद मुसलमानों को उद्धार दिल सकते हैं जबकि खुद उनका ही उद्धार निश्चित नहीं है ?